श्री. संजय ह. परदेशी मेकॅनिकल इंजीनिअर हैं. पिछले ३० वर्षोसे अपने कारोबार में लगे हुए हैं. साथ साथ पिछले २० वर्षोसे समाजसेवा और राष्ट्रसेवा करते हुए उनका लक्ष्य भारत की समस्याओंपर समाधान ढूंढना हैं. भारत की प्रमुख समस्याओंपर निरंतर चिंतन करते हुए लेखक ने भारत कैसे बदले..?और सीधी सोच, सीधी बात ..! इस खुले मंच के तहत समस्याओंपर समाधान प्रस्तुत किए हैं. लेखक का यह दावा हैं कि भारत में प्रचंड जनसंख्या और संसदीय लोकतंत्र की वजहसे शासन, प्रशासन और जनता में ना कानून की दहशत हैं और ना स्वयंपूर्ण अनुशासन की चाहत. इसीलिए भारत की पुरानी न्यायव्यवस्था और शिक्षाव्यवस्था में आमूलचूल बदलाव लाना ही होगा जिसकी वजहसे शासन, प्रशासन और लोग अनुशासित होंगे. साथ साथ समाज की विचारधारा में भी बदलाव आना चाहिए क्यूँकि सोच बदलो, देश बदलेगा. तब जाकर भारत आनेवाले वर्षोमे एक भारत, श्रेष्ठ भारत बनेगा अन्यथा नही. वैसे तो भारत में बहुत समस्याऍ हैं, लेकिन जब तक न्यायव्यवस्था और शिक्षाव्यवस्थाओंमे मूलभूत बदलाव नही होंगे तब तक भारत की बाकी समस्याओंपर भी संपूर्ण समाधान नही मिलेगा.
लेखकने सडक दुर्घटनाए और यातायात की समस्याओंपर भी समाधान ढूंढकर एक यॊजना बनाई हैं, जो संपूर्ण भारत की नई सडक और यातायात यॊजना इस नाम से प्रसिद्ध हुई हैं.